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बेस्ट मोटिवेशनल स्टोरी इन हिंदी - motivational story in hindi

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तीन सवाल प्रेरणा दायक हिंदी कहानी -  best motivation story in hindi॥ short motivational story in hindi with moral।। true motivational story in hindi



बहुत समय पहले, एक बहुत साहसी और दयालु राजा रहता था। वह अपने लोगो की अच्छे से सेवा करना चाहता था। एक बार राजा के दिमाग में एक विचार आया। उसने सोचा की अगर वह तीन चीज़ों के बारे में जान जाएगा तो कभी भी असफल नहीं होगा। वह तीन चीजे थी - (1) किसी भी काम को प्रारम्भ करने का सही समय क्या है? (2) किन लोगो की बात उसे सुननी चाहिए? (3) राजा के लिए कौन सा कार्य  सबसे अधिक महत्वूर्ण है? इसलिए राजा ने अपने पूरे राज्य में सन्देश भेजवा दिया, की जो इन तीन प्रश्नों के उत्तर देगा उसे बहुत सारा धन दिया जाएगा।
राजा के पास बहुत से विद्वान आए लेकिन सभी ने अलग-अलग उत्तर दिये। पहले प्रश्न का जवाब देते हुए कुछ ने कहा कि राजा एक समय सारणी बनाकर उसका कठोरता से पालन करें। कुछ ने कहा किसी कार्य को करने का सही समय पहले से ही तय कर पाना असम्भव है। कुछ ने कहा कि राजा को किसी बुद्धिमान व्यक्ति की जरूरत है, जो सही समय पर कार्य करने के लिए आपकी मदद करे। और कुछ विद्वान ने कहा कि केवल जादूगर ही भविष्य बता सकता है और किसी कार्य को करने का सही समय बता सकता हैं।
इसी प्रकार से दूसरे प्रश्न के उत्तर भी सभी विद्वानों ने अलग-अलग दिए। कुछ ने कहा कि राजा को अपने सलाहकार कि बात सुननी चाहिए। तो कुछ ने कहा कि उनके सैनिक उनके लिए सबसे महत्वपूर्ण हैं इसलिए उनकी सुननी चाहिए। तीसरे प्रश्न का उत्तर में कुछ ने कहा कि सबसे अधिक महत्वूर्ण चीज विज्ञान है, तो कुछ ने कहा कि वह धार्मिक पूजा है।
राजा किसी भी उत्तर से संतुष्ट नहीं था। इसलिए उसने निर्णय लिया कि वह इस बारे में एक विद्वान साधु से सलाह लेगा। वह विद्वान साधु एक जंगल में रहता था, राजा उस साधु को कभी नहीं देखा। वह साधु केवल साधारण लोगो से ही मिलता था। इसलिए राजा ने सादे कपड़े पहनकर जाने का निर्णय किया। उसने अपने सैनिकों के पास ही अपना घोड़ा छोड़ा और साधु से अकेले ही मिलने चल पड़ा। जैसे ही राजा ने उस साधु के आश्रम में पहुंचा, उसने साधु को आश्रम के सामने जमीन खोदते देखा। वह साधु बूढ़ा और कमजोर था। काम करते करते वह गहरी सांसे ले रहा था।
राजा उस साधु के पास गया और बोला, हे महात्मा! मैं तीन प्रश्नों के उत्तर जानने आया हूं। मै सही समय पर सही कार्य करना कैसे सीख सकता हूं? मेरे लिए सबसे आवश्यक लोग कौन है? कौन सा कार्य उसके लिए सबसे अधिक महत्वपूर्ण हैं। साधु ने राजा की बात को सुना, पर कुछ नहीं बोले,
वह जमीन खोदते रहे। राजा ने कहा, आप थक गए है, मुझे फावड़ा दे दीजिए और मुझे जमीन खोदने दीजिए। धन्यवाद साधु ने कहा। राजा को फावड़ा देकर, वह जमीन पर बैठ गया। एक घंटा से ज्यादा समय हो गया। सूर्य पेडो के पीछे जाकर अस्त हो गया। अंत में राजा ने फावड़ा जमीन में धसाकर कहा, हे महात्मा कृपया करके मेरे प्रश्नों के उत्तर दीजिए। अगर आप उत्तर नहीं दे सकते, तो मुझे बताइए और मै अपने घर चला जाऊ। तभी कोई व्यक्ति उन दोनों के तरफ भागता हुआ आ रहा है। साधु ने कहा आओ देखे कौन हैं वो।
राजा पीछे मुड़कर एक दाढ़ी वाले आदमी को उनकी तरफ़ भागता आता देखा। अपने हाथ उसने पेट पर दबाए हुए था। जहां से खून बह रहा था। राजा की तरफ पहुंचते ही वह बेहोश हो गया। उसके पेट पर एक बड़ा घाव था। राजा ने उसे धोया और अपने कपड़े से पट्टी बांधी और जब तक खून नहीं रुका तब तक दोबारा पट्टी बांधता रहा। उस आदमी ने बेहतर अनुभव किया और पानी मांगा। राजा उसके लिए ताजा पानी लाया। इस समय तक सूरज पूरा डूब चुका था और हवा ठंडी हो गई। साधु की मदद से राजा जख्मी आदमी को कुटिया के अंदर ले गया और बिस्तर पर लेटा दिया। अब राजा भी थक चुका था। वह भी फर्स पर लेट गया और पूरी रात सो गया। जब वह उठा तो उसने दाढ़ी वाले आदमी को उसी तरह देखा। मुझे माफ कीजिए, वह दाढ़ी वाले आदमी ने कहा।
मै तुम्हे नहीं जानता और तुम्हे माफ करने लायक कुछ भी नहीं है, राजा ने कहा। दाढ़ी वाले व्यक्ति ने कहा मुझे नहीं जानते लेकिन मै आपको जानता हूं।  मै आपका शत्रु हूं। आपने मेरे भाई को मरवाया था और हमारी सम्पत्ति जब्त कर लिए थे। मैं जानता हूं कि आप साधु से मिलने अकेले जा रहे है। मैंने आपको मार डालने की योजना बनाई। परन्तु जब आप वापस नहीं आए, तब मै अपने छिपने के स्थान से बाहर आया और आपके रक्षकों ने मुझे घायल कर दिया। मैं किसी तरह बच निकला और आपके पास पहुंच गया। आपने मेरे घावों पर पट्टी बांधी और मेरा जीवन बचाया। अब यदि मै जी गया, मै आपकी सेवा आपके सबसे विश्वसनीय दास के रूप में करूंगा। अपनी शत्रु पर इतनी आसान जीत पर राजा खुश हुआ। राजा उसकी सम्पत्ति वापस देने का वादा किया। दाढ़ी वाले आदमी ने राजा का धन्यवाद किया और चला गया। जाने से पहले राजा साधु से मिलना चाहता था। साधु खेत में बीज बो रहा था। राजा ने साधु से कहा, कृपया करके मेरे प्रश्नों का जवाब दे दीजिए। साधु बोले तुम्हारे प्रश्नों का उत्तर दिया का चुका है। उत्तर मिल गया? मैं कुछ समझा नहीं राजा ने कहां।
फिर साधु बोले, हां यदि तुमने मेरे लिए खेत नहीं खोदा होता तो तुम चले जाते। तब वह आदमी तुम पर प्रहार कर देता और तुम इच्छा जताते की काश तुम मेरे साथ ही रह जाते। इसलिए सबसे महत्वपूर्ण समय वह था। जब तुम खेत खोद रहे थे। और मै सबसे आवश्यक इंसान था और तुम्हारे लिए सबसे अधिक आवश्यक काम मेरे साथ अच्छा करना था। अतः वह सबसे महत्वपूर्ण इंसान था। और जो तुम्हने उसके लिए किया वह तुम्हारे लिए सबसे आवश्यक काम था।
याद रखो, एक ही समय है जो सबसे महत्वपूर्ण हैं और वह है, अभी। सबसे महत्वपूर्ण इंसान वो है जो तुम्हारे साथ है। इसी समय क्योंकि कोई भी नहीं जानता कि भविष्य में क्या होना है। सबसे महत्वपूर्ण चीज है उसी इंसान के साथ अच्छा करना क्योंकि हमें इस दुनिया में यही करने भेजा गया है।

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